May 14, 2024
गांड की सील तोड़ रातभर चोदा

हेलो दोस्तों मेरा नाम संजना है, और मुझे प्यार से सब संजू बुलाते है। आज मैं आपको मेरी लाइफ की कहानी सुनाने वाली हूं। की कैसे मेरे भाई ने मेरी गांड की सील तोड़ रातभर चोदा। इस हिंदी चुदाई की कहानी में सिर्फ गांड की चुदाई तक ही है आगे की कहानी मैं अगले भाग में बताउंगी।

मैं 28 साल की हूं और मेरी हाइट 5’2” है। मेरा सेक्सी फिगर साइज़ 34C-32-36 है,  मेरा रंग सवाला है, पर मैं देखने में बहुत सुडौल और सेक्सी हूं। मेरी आँखें बड़ी बड़ी हैं, और मेरा गाल एक दम मुलायम है। मेरा पूरा जिस्म एक दम चिकना है और मैं देखने में काफी मस्त हूं।

मैं जहां से निकलती हूं, वहा के लड़के मुझे देखते ही रह जाते हैं। मेरी बड़ी गांड और मेरे बड़े बड़े बूब्स जो हर कोई अपने हाथों से मसलना चाहता है।

जब मैं चलती हूँ, तो मेरे दोनों बूब्स हिलते हैं और इनको देख कर अच्छे अच्छो का लंड झट से खड़ा हो जाता है।

अभी चलिए मेरी सेक्स कहानी पर आते हैं, ये बात मेरे बचपन की है। टैब मैं 10वीं कक्षा में थी और मेरी उम्र 6 साल थी। 

मेरे बड़े पापा के 3 बच्चे हैं, 2 बेटियां और एक बड़ा बेटा। छोटी वाली बेटी काजल मेरी सब से अच्छी कज़िन थी, मैं बचपन से ही उसकी तरफ आकर्षित थी।

मुझे उसके कारनामे पता नहीं थे, हम साथ में ही सोते थे और साथ में ही नहाते थे। साथ ही खाना खाते थे और साथ ही खेलते भी थे।

मुझे बचपन से ही सेक्स में बहुत दिलचस्पी थी, एक दिन हम दोनों दोपहर में लंच करके, एक दूसरे को गले लगाकर सो रहे थे। हम दोनो लड़कों के बारे में बात कर रहे थे।

बातो ही बातो में हम दोनों को गर्मी चढ़ने लग गई, तो मैंने काजल की टांगें छूनी शुरू कर दी और मेरे निपल्स को खींचने लग गई।

तभी मेरी कुंवारी चूत गिली होने लग गई, और मुझे समझ में नहीं आ रहा था कि ये क्यों हो रहा है। फिर मैं भी काजल के निपल्स को पिंच करने लग गई, तब हम दोनों के बहुत छोटे बूब्स थे।

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काजल- संजू मुझे कुछ हो रहा है।

मैं- हम्म, मुझे भी कुछ हो रहा है।

काजल- मेरी चूत में कुछ हो रहा है, एक बार तुम झुक कर देखो।

मैं- नहीं यार मुझे अजीब सा लग रहा है।

काजल- अरे कुछ नहीं होगा, हम कंबल के अंदर हैं कोई नहीं देखेंगे।

मैं- ठीक है। फिर मैंने उसकी चूत को उसकी पैंटी के ऊपर से टच किया, और वो बोली – थोड़ा रगड़ो इसे।

मैं- मुझे नहीं पता कि क्या करते हैं।

काजल- एक काम करो, मैं तुम्हें जैसे ही टच करूंगी। वेसे ही तुम भी मुझे छूना ठीक है।

मैं- ठीक है।

काजल – ठीक है चलो अपनी पैंटी उतारो।

ये कह कर उसने अपनी पैंटी उतारी और वो कंबल में घुस गई। फिर उसने मेरी जांघ पर धीरे-धीरे स्पर्श करना शुरू किया, मेरे बदन में करंट दौड़ने लग गया।

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मैंने भी वो ही उसके साथ किया, फिर उसने मेरी अंदरूनी जांघों को छुआ। उसका हाथ मेरे घुटने से ले कर मेरी चूत तक आ कर उसे टच कर रहा था।

जिससे मैं मूड में आ रही थी, मुझे गुदगुदी हो रही थी, और मैंने भी वेसे ही किया। तब उसने मेरी चूत के होठों को अपनी उंगली से फेल कर दिया और मेरी चूत को रगड़ने लग गई।

अब मेरी हालत खराब हो गई, क्योंकि मैं ये सब पहली बार महसूस कर रही थी। मेरी प्यासी चूत पूरी गर्म और गीली हो गई थी, मैं भी काजल की चूत को रगड़ने लग गई थी।

वो भी पूरी गीली हो गई थी, अब उसने मुझे जोर जोर से रगड़ा शुरू कर दिया था। मैंने भी बहुत तेजी से उसकी चूत को रगड़ना शुरू कर दिया था।

ये सब करीब 30 घंटे तक खेल चला, और उसके बाद हम दोनों थक कर सो गए। हम दोनों ने एक दूसरे की चूत तो काफी रगड़ी थी, पर हमें ये नहीं पता था कि आगे क्या करना है।

उसके बाद हमें ऐसा मोका कभी नहीं मिला, और मैं बचपन से ही गोल मटोल थी और मेरी गांड बाकी लड़कियों से थोड़ी बड़ी थी। जैसा कि आप जानते हैं कि बचपन में लंच के बाद मुझे सोने की आदत थी।

एक दिन मैं लंच के बाद हमेशा की तरह सोने के लिए गई, पर तभी मेरा चचेरा भाई सचिन ये काजल का बड़ा भाई था। वो मेरे पास आया और वो बोला – चलो आज साथ में सोते हैं। मैं उसकी सौतेली बहन थी।

सचिन हम सब में सबसे बड़ा था और उसकी उम्र उस समय 21 साल थी, और वो कॉलेज भी जाता था। मैं उसको बचपन ही राखी बांधती हूं, इसलिए मैं अपना सगा भाई ही समझती हूं और उसे ऐसे ही प्यार करती हूं।

हम दोनों एक छोटे बेडरूम में गए, जहां सिर्फ एक सिंगल बेड था। उस पर हम दोनों सो गए, मुझे गले लगाकर सोने की आदत है। इसलिए मैं अपने पास टेडी या एक अतिरिक्त तकिया जरूर रखती हूं।

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सचिन- आज तुझे ये टेडी क्यों चाहिए, जब मैं तेरे साथ हूं।

ये सुन कर मैं खुश हो गयी, और मैं उसको गले लगाकर सो गयी। मैं छोटे बच्चो की तरह सोई हुई थी और वो पीछे से मुझे गले लगाया हुआ था।

हम दोनों एक ही तकिये को शेयर कर रहे थे, 15 मिनट के बाद सचिन बोला – मैं इस तरह नहीं सो पा रहा हूँ, तुम थोड़ा निचे हो जाओ।

मैंने उसकी बात मन ली और मैं थोड़ी नीचे सरक गई, पर मैं बहुत नीचे सरक गई थी। मुझे एहसास तब हुआ जब मुझे कुछ मेरी गांड पर टच हुआ।

मेरी नींद अचानक से टूट गई, और मैंने देखा कि मेरा भाई पीछे से मुझे हल्के हल्के से रगड़ रहा है। मैं ये देख कर डर गई और मुझे समझ नहीं आया कि मैं क्या करूं, मेरे शरीर में मुझे कुछ अजीब सा महसूस हो रहा था।

मैने जान समझ कर सोने की एक्टिंग की और मैं वैसे ही पड़ी रही। 10 मिनट ऐसे ही वो मुझे कपड़ो के ऊपर से रगड़ता रहा। मैंने कोई रिएक्शन नहीं दिया तो उसको लगा कि मुझे नींद आ गई है।

तो उसने मेरी स्कर्ट धीरे-धीरे ऊपर उठा दी, और मेरे चूतड़ों पर वो हाथ मलने लग गया। मुझे डर लग रहा था कि कोई आ ना जाए और ऊपर से अब मेरी चूत भी गीली हो रही थी।

फिर उसने मेरी पैंटी को भी नीचे सरकरा दिया और उसकी उंगली अब मेरी गांड के छेद को छू रही थी। उसने अपनी उंगली पर थूक लगाया और मेरी गांड के छेद को उसने थोड़ा सा रगड़ा।

उसके बाद उसने अपने पजामे का नाड़ा खोला और अपना लंड बाहर निकाल कर मेरी गांड के बीच में रगड़ना शुरू कर दिया। तभी मैं थोड़ी सी हिल गई, और उसको लगा कि मैं उठने वाली हूं।

फिर वो ऐसे ही 2 मिनट तक रुक गया, तो मैं फिर से सोने की एक्टिंग करने लग गई और वो फिर से मेरी गांड को रगड़ने लग गया। मुझे साफ लग रहा था कि उसका लंड काफी बड़ा और मोटा है।

उसकी इस हरकत की वजह से मेरी चूत पानी छोड़ रही थी, और मेरी पैंटी पूरी गीली हो गई थी। तभी वो मेरी गांड के छेद के ऊपर ही झड़ गया, और मुझे कुछ चिप चिपका सा महसूस हुआ।

मैं अब उठ गई और मेरा भाई जान बुझ कर सोने की एक्टिंग करने लग गया। मैं वहा से उठने लागी तो वो भी उठ गया और वो बोला – क्या हुआ?

मैं- मुझे बाथरूम जाना है।

ये कह कर मैं कहां से निकल गई, और बाथरूम जा कर मैंने आपने आप को साफ किया। मैने इस बारे में मैंने किसी को नहीं बताया, उसके बाद मैं अपने भाई से बचती रही। क्योंकि अब वो मुझे हमेशा ही घूरता रहता था।

मुझे कुछ अजीब सा लग रहा था, एक दिन नानी के घर कोई फंक्शन था तो वहां बहुत सारे मेहमान आये थे। रात के डिनर के बाद सब लोग जमीन पर बिस्तर बिछाकर सोने लग गए।

मैं और मेरी दीदी भी सोने की तैयारी कर रही थी, तभी मेरा भाई आ गया और वो मुझसे बोला – तू आज मेरे साथ सोयेगी।

मैं- नहीं।

पर वो जिद करने लग गया और वो बोला – यहां सोने के लिए जगह कम है इसलिए तू आज मेरे कमरे में मेरे साथ सोएगी।

तभी मेरी बड़ी मम्मी बोली- संजू तेरे बड़े भैया इतने प्यार से बुला रहे हैं, जाओ आज उनके साथ सो जाओ। तभी मेरी बहन बोली – कोई बात नहीं जा कर सो जाओ।

मेरी बहन मुझसे छोटी थी, और उनको इस चीज की भनक भी नहीं थी कि उनका भाई आखिर कैसा है।

मेरे पास अब कोई चारा नहीं था, तो मैं उसके कमरे में सोने के लिए चली गई। उसका कमरा काफी बड़ा था और उसके कमरे में डबल बेड लगा हुआ था।

भाई – तुम फ्रेश हो जाओ।

मैं बाथरूम में गई और फ्रेश हो कर आ गई, फिर मैंने देखा कि भाई ने अपने सारे कपड़े उतार दिए हैं। वो सिर्फ कच्छे में था, वो दिखने में हैंडसम लड़का था।

भाई- तुम भी चेंज कर लो।

फिर मैंने अपनी ड्रेस निकाली और सिर्फ पेटीकोट में सोने आ गई, सभी घरवाले और गेस्ट लाइट ऑफ करके सो गए। भाई ने लाइट बंद कर दी और जीरो वॉट का बल्ब चालू कर दिया। अब वो मेरे साथ आ कर सो गया।

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मैं डर रही थी कि आज मेरे साथ फिर कुछ होने वाला है, मैं किसी को इस बारे में बताना भी नहीं चाहती थी। क्योंकि फिर लोग समझेंगे कि मैं झूठ बोल रही हूं।

करीब आधे घंटे तक हम दोनों ऐसे ही सोते रहे, और फिर मुझे एहसास हुआ कि मेरे भाई की नजर मेरे ऊपर ही थी।

भाई- संजू तुम सो रही हो क्या?

मैं- नहीं।

भाई- आज तुम मुझे गले नहीं लगाओगी?

मैं- नहीं ऐसा ही ठीक है, आज मेरा मूड नहीं है।

भाई- चलो कोई बात नहीं है, आज मैं तुम्हें गले लगाऊंगा।

ये कह कर मेरे भाई ने मुझे पीछे से गले लगा लिया। मैं एक बार फिर से डर गई, और मेरा भाई मेरे कान में बोला – तू कितनी शरारती है मैं जानता हूं।

मैं अब शॉक हो गई कि कहीं भाई को मेरे और काजल के बारे में पता तो नहीं है।

भाई – इतनी छोटी उम्र में ही तुम इतनी कामुक हो, और तुम्हें अपनी चूत को रगड़वाना पसंद है। आज तुझे मैं ऐसा सुख दूंगा कि तू कभी उसे भूल नहीं पाएगी।

ये सब सुन कर मैं घबरा गई और मेरी सांस फूलने लग गई, मैं बोली- भैया आप क्या करने वाले हो?

भाई – चिंता मत करो आज मैं तेरी चूत नहीं मारूंगा।

मैं- प्लीज भाई मुझे जाने दो, मैं आपके आगे हाथ जोड़ती हूं।

भाई – अभी नाटक बंद कर अगर तू चिल्लाई तो मैं तेरी ऐसी हालत करुंगा, कि तू सोच भी नहीं सकती।

ये बोल कर उन्हें अपनी जेब से एक खीरा निकाल लिया। वो बहुत बड़ा नहीं था, करीब 4 इंच लंबा और 1.5 इंच मोटा था। पर मुझे ये समझ नहीं आया कि इसका कारण क्या है।

मुझे लगा कि शायद इसका ये सलाद बनाएंगे। पर तभी भाई ने मुझे कस कर पीछे से जकड़ लिया और मेरी पैंटी के अंदर हाथ घुसा कर वो मेरी चूत को रगड़ने लगा।

उसका लंड पीछे मेरी गांड पर रगड़ रहा था, मैं अब मचलने लग गई थी। तभी भैया मेरे कान में धीरे से बोले – आवाज नहीं।

मैं सिसकियाँ लेने लग गयी और वो बोले – साली तेरी चूत तो पूरी गीली हो गयी है।

मैंने कुछ रिप्लाई नहीं दिया, और वो बोले – चल तुझे मजा देता हूं।

ये बोल कर उन्हें अपना लंड पैंट से बाहर निकाल कर मेरे हाथ में दे दिया। उसका लंड करीब 8 इंच लम्बा और 2 इंच मोटा था।

भाई- चल अब मेरे लंड को हिला।

मैं सहमत हो गई, क्योंकि मैंने अपनी लाइफ में अभी तक कभी लंड नहीं देखा था। मेरे भाई ने मुझे पेट के बल पलटा और मेरी पैंटी निकल दी और मेरी चूत को चाटने लग गया।

भाई – साली आज मैं तेरी गांड को फाड़ूंगा।

मैं एक दम से डर गई और मैंने चिल्लाने के लिए अपना मुंह खोला, तो उसे मेरे मुंह में मेरी ही पैंटी को घुसा दिया। फिर उन्हें खीरे पर वेसलीन लगा दी और मेरी गांड में घुसाने लग गए।

मुझे बहुत दर्द हो रहा था, और मैं उस दर्द को बर्दाश्त नहीं कर सकती थी क्योंकि मेरी गांड का छेद काफी छोटा था। और मेरी गांड अभी तक वर्जिन थी।

उसने जरा सा भी मेरे ऊपर रहम नहीं किया और मेरी गांड में उसने खीरा घुसा दिया। वो बार बार उसे अंदर बाहर कर रहे थे, जिसकी वजह मेरी गांड अब ठीली हो गई थी।

अब मुझे भी मजा आ रहा था, इसी बीच मेरी कमसिन चूत से पिचकारी निकलने लग गई। उसने मेरी चूत को चाट लिया और मेरी मेरी गांड में खीरा करीब 30 मिनट तक अंदर घुसा रहा।

थोड़ी देर में मेरी गांड में से लप-लप की आवाज आने लग गई.. और फिर वो बोला- चल अब चुदने के लिए तैयार है, अब तेरे छेद ठीले हो गए हैं।

ये बोल कर उसने अपना लंड एक ही धक्के में अन्दर घुसा दिया। एक दम अंदर जाने से मेरी हालत खराब हो गई, और मुझसे वो दर्द बर्दाश्त नहीं हो रहा था।

मैं चिल्ला भी नहीं पा रही थी, पर वो रुका नहीं और मेरी गांड को उछाल उछाल कर चोदता रहा। उसने मेरी गांड को फाड़ दिया था, थोड़ी देर में मुझे भी मजा आने लगा।

मैं अब सिसकिया ले रही थी, और फिर वो खड़ा हो गया और मुझे उसने उठा दिया। फिर उसने मेरे जोड़े को अपने कंधे पर रख दिया और अपने लंड को फिर से मेरी गांड में घुसा दिया।

इस बार मुझे दर्द नहीं हुआ, पहली बार मेरी गांड में जब खीरा गया था तब मेरी गांड से खून नहीं निकला था। मैं अब उसका लंड पर उछल रही थी, और अब मैं उछल उछल कर उसका लंड ले रही थी।

मेरी पैंटी मेरे मुँह में ही थी, मेरे बूब्स अब नंगे हो गए थे और वो मेरे निपल्स को अपनी जीभ से चाट रहे थे।

भाई- मजा आ रहा है?

मैंने हां में सर हिला दिया, और फिर उन्हें मेरी गांड को 20 मिनट तक चोदा और वो मेरी गांड में ही झड़ गए।

भाई – आज से मैं जब चाहूँ, जहाँ चाहूँ मैं तुझे चोदूँगा। अगर तूने किसी को बताया तो मेरी तेरी वो हालत करुंगा, कि तू सोच भी सकती है। मैं तुझे पूरी रंडी बना कर चोदूंगा।

उसके बाद हम एक घंटे के लिए सो गए, और उसके बाद फिर से वो शुरू हो गया। पूरी रात उसने मेरी गांड को मारा और जब सुबह मैं उठी तो उसका लंड अभी भी मेरी गांड के अंदर ही था।

उसने रातभर मेरी गांड मारी और उसे बिल्कुल चौड़ा कर दिया था, अब उसका लंड बिना किसी झटके की ही मेरी गांड में घुस जा रहा था।

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी पहली चुदाई की कहानी, उम्मीद है आपको पसंद आयी होगी।

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